(१) छोड़कर अपनी बच्चों को, चिड़िया अपनी घोसले में । निकली वह दाने चुनने को, (१) छोड़कर अपनी बच्चों को, चिड़िया अपनी घोसले में । निकली वह दाने चुनने क...
देखते देखते ये क्या हुआ पत्नी ने धीरे से पति कह दिया, मंदिर में घंटा बजाते हुए पु देखते देखते ये क्या हुआ पत्नी ने धीरे से पति कह दिया, मंदिर में घंटा बजा...
हमें रोज जी भर के तुम देखते हो तुम्हें रोज जी भर के हम देखते हैं, अजब है मुहब्बत में हमें रोज जी भर के तुम देखते हो तुम्हें रोज जी भर के हम देखते हैं, अजब है म...
शायद ही होगी तुम्हें उतनी फिक्र। शायद ही होगी तुम्हें उतनी फिक्र।
हमारी हर बात में वो है, हमारी हर बात में वो है,
आईना हो तुम हमारा जिसमें हम अपना अक्स देखते हैं। आईना हो तुम हमारा जिसमें हम अपना अक्स देखते हैं।